देवास/ मध्यप्रदेश का देवास ही एक मात्र ऐसा शहर है जहां पर शहर में कहीं भी भवन बनाने के लिए नगर निगम से नक्शा पास कराने के पूर्व नजूल विभाग की एनओसी लिया जाना अनिवार्य है।
भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में लिए गए इस निर्णय से शहर के हजारों नागरिक लगातार परेशान होते चले आ रहे थे इस व्यवस्था को समाप्त करने के लिए कभी भी भारतीय जनता पार्टी के किसी भी निर्वाचित जनप्रतिनिधि से आवाज नहीं उठाई । नजूल की बाध्यता को समाप्त करने को लेकर शहर कांग्रेस की पहल पर विगत दिनों लोक निर्माण एवं पर्यावरण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की अनुशंसा पर कैबिनेट की बैठक में यह मुद्दा रखा गया। जिसमें देवास शहर में नजूल की बाध्यता समाप्त करने को लेकर प्रस्ताव पास हुआ कि शहर से नजूल की एनओसी की अनिवार्यता का लोप किया जाए। इसी को लेकर आज शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी के नेतृत्व में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने कलेक्टर डॉ श्रीकांत पांडे से भेंट कर उन्हें मध्यप्रदेश शासन के निर्णय एवं मध्यप्रदेश राजपत्र में प्रकाशित निर्णय की प्रति सोपते हुए मांग की के शासन ने निर्णय लिया है कि नजूल अनापत्ति प्रमाण पत्र का लोप किया जाए एवं शासन के निर्णय को लागू करते हुए देवास शहर में लगने वाली नजूल एनओसी की बाध्यता को समाप्त किया जाए।
कलेक्टर डॉक्टर पांडे ने कहां की इस संदर्भ में में शासन स्तर पर चर्चा कर शीघ्र ही आदेश जारी करेगें। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता शौकत हुसैन पंडित जयप्रकाश शास्त्री, एम असलम शेख, सुधीर शर्मा, अजीत भल्ला, एजाज शेख, रमेश व्यास जाकिर उल्ला शेख, इम्तियाज शेख भल्लू, संतोष मोदी, राहुल पवार, रोहित शर्मा, प्रमोद सुमन, चिंटू धारू आदि उपस्थित थे।