देवास ने ठाना कोरोना को हराना है

01 जुलाई 2020 से देवास जिले में शुरू होगा “किल-कोरोना अभियान”

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कलेक्टर श्री शुक्ला “किल कोराना दल” को हरी झंडी दिखाकर करेंगे रवाना

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पत्रकारवार्ता में प्रभारी सीएमएचओ डॉ. डगांवकर ने दी जानकारी

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आंगनवाड़ी आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग का अमला घर-घर जाकर करेगा सर्वे

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जिले के 19 लाख लोगों का किया जाएगा सर्वे

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          देवास 30 जून 2020/  हमने ठाना कोरोना को हराना है का ध्येय लेकर मप्र सरकार की अनूठी पहल “किल-कोरोना अभियान” जिले में आज 01 जुलाई 2020 से शुरू होगा। इस संबंध में प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएस डगांवकर की उपस्थिति में पत्रकारवार्ता का आयोजन मॉडल जनरल नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र जिला अस्पताल में किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. अतुल बिड़वई, जिला मलेरिया अधिकारी रश्मि दुबे, नोडल अधिकारी कोरोना डॉ.एसएस मालवीय, एपिडेमियोलॉजिस्ट (जिला महामारी अधिकारी) डॉ. कर्तव्य तिवारी, डॉ.केके कल्याणे, प्रेस क्लब अध्यक्ष श्रीकान्त उपाध्याय एवं पत्रकारगण उपस्थित थे।

प्रभारी सीएमएचओ डॉ. डगांवकर ने बताया कि “किल-कोरोना अभियान 01 जुलाई से 15 जुलाई तक चलाया जाएगा। इस अभियान का शुभारंभ प्रात: 8 बजे कुशाभाऊ ठाकरे स्टेडियम में “किल कोरोना दल” को कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला द्वारा हरी झंडी दिखाकर जिले के गांव स्तर तक रवाना किया जाएगा। उन्होंने उपस्थितजनों से शुभारंभ अवसर पर सहभागिता के लिए आग्रह भी किया।

पत्रकार वार्ता में जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती रश्मि दुबे ने कोरोना संक्रमण के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा बताया कि वर्तमान में वैश्विक महामारी को समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए तीन प्रकार की टीमें गठित की गई। इस अभियान लिए गठित टीम में ए.एन.एम. बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एम.पी.डब्ल्यू.) बहुउद्देशीय स्वास्थ्य पर्यवेक्षक (एम.पी.एस.) या महिला पर्यवेक्षक (एल.एच.व्ही.), आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला घर-घर जाकर सर्वे करेगा। लक्षण के आधार पर संदिग्ध रोगी देखे जाएंगे तथा सर्दी, जुखाम, डेंगू, मलेरिया एवं अन्य मौसमी बीमारियों की जांच करेंगे तथा उनका उपचार भी करेंगे। ये पायलट टीम प्रतिदिन 80 से अधिक घरों में जाकर सेम्पल लेंगे तथा उनकी रिपोर्ट संबंधित वरिष्ठ अधिकारी को देंगे। इन टीमों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एएनएम को शामिल किया गया है।

     जिला महामारी अधिकारी डॉ. कर्तव्य तिवारी ने बताया कि “किल-कोरोना अभियान 01 जुलाई से 15 जुलाई तक चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा की हम इसे 10 जुलाई में ही पूरा करके जिले को कोरेाना संक्रमण से मुक्त कर दे। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले में अमलतास अस्पताल तथा जिला अस्पताल निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि इस अभियान में जिले के 19 लाख से अधिक व्यक्तियों से संपर्क कर उनकी जांच करेंगे। उन्होंने बताया कि अभियान के उद्देश्‍य कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ना है तथा आमजन को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक करना है। संभावित रोगी की समय पर पहचान कर तत्काल अस्पताल भेजना, जिससे आगे संक्रमण को फेलने से रोका जा सकें ताकि मृत्यु की घटनाओं से कमी लाई जा सकें। गर्भवती महिला व टीकाकरण से छूटे बच्चों की खोज करना है। उन्होंने बताया कि हम विशेष रणनी‍ति के तहत शत प्रतिशत घरों तक पहुंचेंगे तथा घर-घर में SARI/ILI के मरीजों की खोज करना है तथा SARI/ILI के लक्षण मिलने पर तत्काल सार्थक ऐप में प्रविष्टि करेंगे।

प्रभारी सीएमएचओ डॉ. डगांवकर ने बताया कि किल कोरोना अभियान में जिले में डोर टू डोर विस्तृत सर्वे के माध्यम से संदिग्ध रोगी की शीघ्र पहचान और उपचार का कार्य किया जाएगा। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में अभियान चलाकर “सार्थक एप” के माध्यम से व्यापक सर्वे, सेंपलिंग और स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए सर्वे दलों का गठन कर उन्हें विधिवत प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही विभिन्न जिला अधिकारियों के दल द्वारा इसकी सतत मॉनिटरिंग की जायेगी। ताकि किल कोरोना अभियान को गति मिल सके तथा जिले को कोरोना से मुक्ति।
अभियान की सफलता के लिये सर्वे दलों में वरिष्ठ अधिकारी, जिला अधिकारी, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर, स्वास्थ्य विभाग की टीम स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहायोग से निरंतर कार्य करेंगे। कोरोना अभियान में आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ एएनएम, स्वास्थ्य दल का मैदानी अमला भ्रमण करेगा। सर्वे दल ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर स्क्रीनिंग और डाटा कलेक्शन और सैंपलिंग का कार्य किया जाएगा। इन सभी सर्वे दलों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए तथा अनिवार्यतः मास्क लगाकर सेम्पलिंग और स्क्रीनिंग का कार्य सम्पादित किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि किल कोरोना अभियान के लिए गठित सर्वे दल द्वारा प्रतिदिन लगभग 80 से अधिक घरों का भ्रमण किया जाएगा। स्वास्थ्य कार्यकर्ता बुखार, एसएआरएल, आईएलआई तथा बच्चों में डायरिया व टीकाकरण से छूटे होने पर लाइन लिस्टिंग करेंगे और सार्थक एप में एन्ट्री करेंगे। सर्वे के दौरान एसएआरआई तथा आईएलआई के लक्षण मिलने पर तत्काल सार्थक एप में प्रविष्टि की जाएगी। अभियान के दौरान गर्भवती व टीकाकरण से छूटे बच्चों तथा जोखिल वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित किया जाएगा। गर्भवती महिलाओं का प्रथम त्रैमास में पंजीयन तथा डायरिया के बच्चों की पहचान, ओआरएस एवं जिंक टेबलेट दी जाएगी।

Post Author: Vijendra Upadhyay