शिव को त्याग,तपस्या, वात्सल्य तथा करुणा की मूर्ति है -संत शास्त्री

शिप्रा।शिव सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले देवता है और मात्र बिल्वपत्र से ही खुश होकर मनोवांछित फल प्रदान करते है।पार्थिव शिवलिंग का निर्माण निराकार को आकार देकर स्वरूप देकर वैदिक पद्धति से अभिषेक कर उसका विसर्जन करने से गृहशांति,व्यापार व्यवसाय में चल रही बाधा से मुक्ति मिलती है।उक्त उदगार संत श्री अनिल शास्त्री ने शिप्रा में भदौरिया कालोनी में चल रहे तीन दिवसीय पार्थिव शिवलिंग निर्माण आयोजन के दूसरे दिन व्यक्त की।

सोमवार को प्रदोष व्रत के चलते अंचल की सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान करीब दो लाख पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर उनका मंत्रोच्चार के साथ व्यासपीठ से दद्दाधाम जबलपुर  से आए संतो ने अभिषेक करवाया।आयोजक रघुवीर भदौरिया,विश्वास उपाध्याय ने बताया कि अभिषेक पश्चात सभी श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी की गई है।मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व पर पांच लाख पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जाएगा आज के कार्यक्रम में इंदौर विधायक रमेश मेंदोला ,जिला  पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत ,पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अनिल राज सिंह सिकरवार ,धर्मेंद्र सिंह चौहान  आदि ने सन्त श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया

Post Author: Vijendra Upadhyay