लव जिहाद के खिलाफ सर्व हिन्दू समाज ने किया प्रदर्शन

लव जिहाद के खिलाफ सर्व हिन्दू समाज ने किया प्रदर्शन

महिलाएं बोलीं- हिंदू नाम रखकर, कलावा बांधकर जाल में फंसा रहे, विदेशों से हो रही फंडिंग


देवास।
 देश सहित प्रदेश में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को लेकर देवास में सकल हिन्दू समाज ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। भोपाल चौराहे से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली गई। मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलेक्ट्रेट में सौंपा गया। ज्ञापन के जरिए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। सर्व हिन्दू समाज के बैनर तले नागरिक भोपाल चौराहा पर एकत्रित हुए। यहां से रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। रैली में लव जिहाद के खिलाफ नारेबाजी की गई। ज्ञापन में बताया कि विधर्मियों द्वारा हाल ही में भोपाल के टीआईटी कॉलेज, उज्जैन के ग्राम बिछडोद, इंदौर में टेलीपरफारमेंस कर्मचारी द्वारा किया गया कांड, रीवा के बिछिया थाने में विधर्मी के पुरे परिवार के द्वारा नाबालिग बच्चियों को फंसाने का षड्यंत्र, सागर, दमोह का मामला, मुरैना में कंप्यूटर कोचिंग संचालक द्वारा बालिकाओं के साथ किये गए दुष्कृत्य का मामला, राजगढ़ का मामला एवं अन्य जिलों में उजागर लव जिहाद के सुनियोजित अपराधों में अपनी पहचान छुपाकर हिन्दू समाज की लड़कियों को फंसाकर उनका जीवन नर्क बनाया जा रहा है। देश-प्रदेश के लगभग हर जिले में लव जिहाद के सुनियोजित अपराधों ने प्रदेश के जनमानस को झकझोर कर रख दिया है। इन मामलो में मासूम नाबालिग बालिकाओं, युवतियों यहां तक कि विवाहित महिलाओं को धर्म छिपाकर, छलपूर्वक प्रेमजाल में फंसाकर न केवल उनका शारीरिक शोषण किया गया, अपितु उनकी अस्मिता व आत्मसम्मान को भी गहरी चोट पहुंचाई गई है।
यह केवल कुछ व्यक्तियों द्वारा किया गया अपराध नहीं है। यह प्रदेश की बेटियों के विरुद्ध एक संगठित षड्यंत्र है। प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि इन अपराधों के तार प्रदेश की सीमाओं के पार अंतर्राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। यह स्थिति अत्यंत गंभीर और चिंताजनक है, जिससे सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों पर आघात हो रहा है। ज्ञापन के जरिए मांग की गई कि प्रदेश पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) भले ही तत्परता से कार्य कर रहा हो, किंतु यह स्पष्ट हो गया है कि यह षड्यंत्र राज्य स्तर से ऊपर उठकर राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा प्रायोजित प्रतीत होता है। राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा भी इस विषय को गंभीरता से लेते हुए जांच समिति का गठन किया है, जिससे प्रकरण की व्यापकता और संवेदनशीलता स्वत: सिद्ध होती है। अत्यंत चिंता एवं क्षोभ के साथ सकल हिन्दू समाज मांग करता है कि इस समूचे षड्यंत्र का समूल उन्मूलन किया जाए। बेटियों की सुरक्षा और न्याय केवल तभी संभव होगा, जब इसकी गहन, निष्पक्ष और राष्ट्रीय स्तर पर जांच हो। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ही एकमात्र सक्षम संस्था है, जो इन अंतराज्यीय व संगठित अपराधों की तह तक जाकर अपराधियों के नेटवर्क को उजागर कर सकती है। इसलिए इस मामले को एनआईए को सौंपा जाए। अत्यंत चिंता एवं क्षोभ के साथ सकल हिन्दू समाज मांग करता है कि इस समूचे षड्यंत्र का समूल उन्मूलन किया जाए। बेटियों की सुरक्षा और न्याय केवल तभी संभव होगा, जब इसकी गहन, निष्पक्ष और राष्ट्रीय स्तर पर जांच हो। अपराध में सम्मिलित व्यक्तियों को अपराधी बनाने में पुलिस का ढुलमुल रवैया रहा है। इसलिए सभी मामलों में जिस किसी के द्वारा इसमें सहयोग प्रदान किया गया उन्हें भी अपराधी बनाया जावे। भोपाल, उज्जैन, मोरेना सहित अन्य जिलों में भी पोर्न विडिओ के रूप में दुष्कर्म के साक्ष्य मौजूद होते हुए भी पीड़िता एवं पीडि़ता का परिवार भय एवं बदनामी के डर से एफआईआर करने सामने नहीं आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में शासन की ओर से मामला दर्ज कराया जाना चाहिए। मप्र स्वतंत्रता अधिनियम 2021 केवल कागजों में ही रह गया है। 2021 से अभी तक इसके अंतर्गत ना के बराबर अपराध दर्ज किये गए हैं। इसकी उपयोगिता बनी रहे इसके लिए ऐसे सभी मामले जहाँ विधर्मी द्वारा गलत बयानी, धमकी या बल का उपयोग, धोखाधड़ी, अन्चित प्रभाव, जबरदस्ती, प्रलोभन या विवाह के माध्यम से धर्म परिवर्तन के प्रयास किये यहां इसकी उचित धाराओं कि वृद्धि कि जाये। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा कि दुष्कृत्य के मामले में अपराधी को फांसी की सज़ा दी जाएगी। आशा है कि घोषणा को पूर्ण करने के लिए पुलिस को गंभीर रूप से कार्यवाही करने के आदेश दिए जाएंगे, जिससे साक्ष्यों के आभाव में कहीं ये घोषणा केवल घोषणा बनकर ना रह जाये। ज्ञापन के दौरान बडी संख्या में माता-बहने सहित सर्व हिन्दू समाज जन उपस्थित थे।

Post Author: Vijendra Upadhyay