मध्यप्रदेश के चुनाव परिणाम में भाजपा ओर कांग्रेस दोनो का मुकाबला बराबर का रहा जिसमे कांग्रेस को 114 सीट, भाजपा को 109, बसपा को 2 ओर अन्य को 5 सीटे मिली।
चुनाव परिमाण से जाहिर हुआ कि भाजपा और कांग्रेस में काटे की टक्कर रही। इस परिणाम में कोई भी पूर्ण बहुमत नही ला पाया।
भाजपा ने अपनी हार स्वीकार की वही कांग्रेस ने समर्थन से अपनी सरकार बनाने की घोषणा की।
एक नजर चुनाव का परिणाम देखे तो भाजपा की हार की वजह नोटा ही रही। भाजपा को कुल 41.3 फीसदी और कांग्रेस को 41.4 फीसदी वोट मिला है। साफ तौर पर दोनों के वोट फीसदी में महज 0.1 फीसदी का अंतर है, जो एक फीसदी का दसवां हिस्सा है। जबकि राज्य में नोटा के खाते में गए वोटों का फीसदी लगभग 1.5 है, यानी हार के अंतर का 15वां गुना। यानी कुल 4,56,151 मतदाताओं ने नोटा के पक्ष में वोट दिया है।