आखिर किस के लिए रखा गया था ये मौत का सामान . क्या था उनके मन में और कब होना था ये सब .. ये वो सवाल हैं जो गूँज रहे है उत्तर प्रदेश की जनता के मन में और इसका जवाब जल्द खोजना होगा उत्तर प्रदेश पुलिस को .. समाज धन्यवाद कर रहा है बिजनौर के उन जाबाज़ पुलिस वालों को जिन्होंने कर्तव्य और समाज की रक्षा के अपने वचन को सर्वोपरि रखा और मदरसे में छापा मार कर घातक हथियार बरामद किये.. लेकिन सवाल बनता है कि ऐसे अभी और कितने मदरसे और हैं ..
ये मामला है उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का जहाँ पर पुलिस की एकदम सही समय पर की गई कार्यवाही से आने वाले समय का एक बड़ा खतरा टला है .. पुलिस के सूत्रों की भी यहाँ प्रसंशा करनी ही होगी जिन्होंने इतनी बारीक जानकारी जुटाई उस मदरसे के बारे में जिसमे दवाओं तक के डिब्बों का इस्तेमाल किया गया था हथियार को छिपाने के लिए .. शेरकोट थाना क्षेत्र में कंदला रोड पर पुलिस ने बुधवार दोपहर एक मदरसे और एक मकान में अचानक ही छापा मारा..
अचानक हुई छापेमारी से किसी को कुछ समझ भी नहीं आया और सब हक्के बक्के रह गये .. इस दौरान मकान में तो कुछ नहीं मिला, लेकिन जब पुलिस मदरसे में घुसी तब सूचना सही पाई गई और वहां से मिलने शुरू हुए घातक अस्त्र ..बरामद हथियार में एक पिस्तौल, दो मैग्जीन, चार तमंचे और 24 कारतूस बरामद हैं। इस दौरान पुलिस ने मदरसा संचालक सहित छह लोगों को हिरासत में लिया है.. इन सब से गहन पूछताछ चल रही है जिसमे और भी खुलासे होने की सम्भावना है ..पुलिस ने बताया कि अवैध हथियारों को मदरसे में कमरे में रखी सेफ में दवाइयों के डिब्बों रखा गया था, जिसे छापेमारी के दौरान बरामद किया गया।
गिरफ्तार किये गये लोगों में मदरसे का संचालक मौहम्मद साजिद (35) पुत्र अब्दुल हमीद निवासी मनिहारन शेरकोट, फहीम अहमद (26) निवासी मोहल्ला शेखान स्योहारा, जफर इस्लाम पुत्र अब्दुल लतीफ निवासी मोहल्ला अफगानान धामपुर, सिकंदर अली (38) पुत्र नूर ईलाही निवासी मोहल्ला मनोहरवाली भूतपुरी अफजलगढ़, मौहम्मद शाहित पुत्र इकबाल (22) निवासी गांव जोनिहार बिहार और अजीजुर्रहमान (60) पुत्र अफजुल रहमान निवासी शेखान स्योहारा शामिल हैं।
सूत्र सोशल मीडिया