नाबालिग कर्मचारियों को स्थाई का लाभ देने एवं भ्रष्ट अधिकारी को हटाने के लिये महापौर को दिया ज्ञापन

देवास। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांगे्रस ट्रेड यूनियन के बैनर तले सफाई कर्मचारियों की चार सूत्रीय मांगों को लेकर देवास महापौर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया कि जो कर्मचारी प्रथम नियुक्ति के समय नाबालिग था उसको स्थाई का लाभ दिया जाए। क्योंकि 2012 में ऐसे ही कर्मचारी जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम थी को परिषद द्वारा एक संकल्प पारित कर नियमिति का लाभ दिया गया, तो आज सफाई कर्मचारियों को भी स्थाईकर्मी का लाभ दिया जाए। ये सफाई कर्मचारी जो प्रथम नियुक्ति के समय नाबालिग थे आज वे कम से कम 45 से 50 वर्ष के हो चुके है और निगम में अपनी सेवा देते हुए उनको 25 से 30 वर्ष हो चुके हैं। ऐसे कर्मचारी अब कहीं और कार्य भी नहीं कर सकते।
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत स्वास्थ्य अधिकारी रामसिंह केलकर को पद से हटाने की बात कही। चूंकि इनकी कार्यप्रणाली और कार्य व्यवहार दरोगा एवं कर्मचारियों के विपरित होता है। आए दिन कुछ ना कुछ ऐसे आदेश इनके द्वारा पारित किए जाते है जो स्वास्थ्य से संबंधित नहीं होते हैं, राजस्व विभाग का कार्य हो या पीब्ल्यूडी का उक्त कार्य भी दरोगा या सफाई कर्मचारियों से करवाने का आदेश पारित कर देते हैं। इस प्रकार से कर्मचारियो को परेशान करना इनकी ओछी मानसिकता दर्शाता है। उक्त अधिकारी को एक ही स्थान पर 30 से 35 वर्ष हो चुके हैं, कब तक एक ही अधिकारी के भरोसो स्वास्थ्य विभाग चलेगा। आज सभी कर्मचारी व छोटे अधिकारियों को स्वास्थ्य अधिकारी के व्यवहार के कारण निगम की कार्य प्रणाली पर संदेह होता है। ऐसा क्या कारण है कि केलकर को आज दिनांक तक उनके मूल पद पर क्यों नहीं भेजा गया। पूर्व में इनके उपर दवाई घोटाले का आरोप लगा था। जिसकी शिकायत लोकायुक्त तक गई थी। जिसकी जांच के आदेश दिये गए। सूत्रों से ज्ञात हुआ कि करीब 1 करोड 45 लाख रूपये का दवाई घोटाला हुआ और जांच का क्या हुआ आज दिनांक तक मालूम नहीं पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग में सफाई कर्मचारियों के नियमिति के पद 14 से 15 पद खाली है इन पदों पर अन्य विभाग के कर्मचारियों की मृत्यु हो गई थी तो उसके आश्रित व्यक्तियों को अनुकम्पा नियुक्ति दी गई जो कि न्यायोचित है। इन पदों पर सफाई कर्मचारियों का अधिकार है अत: ज्ञापन में कहा गया कि इन कर्मचारियों को इनके मूल पद पर नियमित कर भेजा जाए।
समस्त सफाई दरोगाओं को कुशल का जो वेतन दिया जाता है उसको यथावत रखा जाए। आपके द्वारा जो आदेश पारित किया गया था कि दरोगाओं को भी कुशल का वेतन बंद कर दिया जाए। जबकि श्रीमान समस्त दरोगा दो से तीन शिफ्ट में कार्य करता है। संपूर्ण वार्ड की देखरेख व सफाई संबंधी कार्य करवाता है जो कि सुपरविजन होता है जिससे उसे सुपरवाईजर की श्रेणी दी जाती है। संपूर्ण वार्ड में अपने स्वयं के वाहन से भ्रमण करता है साथ ही निगम द्वारा अलग अलग आदेशों की जानकारी प्राप्त करता है, अतिक्रमण हटाना, चालान बनाना आदि कार्य दरोगा द्वारा किया जाता है। यूनियन के शहर अध्यक्ष रूपेश कल्याणे ने उक्त मांगों का निराकरण 5 दिवस के अंदर करने की चेतावनी दी अन्यथा पांच दिवस पश्चात आगामी कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर पारस कलोसिया, कमल नरवले, विक्की सांगते, राजेश गोसर, विकास सांगते, पारस सिहोते, विजय सांगते, मांगीलाल फतरोड, इंदर मेवाती, राजकुमार कल्याणे, विनोद भरोसिया, विजयसिंह, प्रवीण खरे, आनंद चंवरे, जय बंजारे, लक्षमण वेद,रईस खान, श्ंकर सांगते आदि उपस्थित थे।

Post Author: Vijendra Upadhyay

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