प्रदेश में महिलाओं पर लगातार बढ़ रहे है अपराध, छोटी बच्चियों को बनाया जा रहा है शिकार
देवास। मंदसौर में 7 साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार के विरोध में क्रांतिकारी छात्र संगठन ऑल इंडिया डीएसओ और महिला सांस्कृतिक संगठन के प्रतिनिधियों ने शहर के नावल्टी चौराहे पर विरोध प्रदर्शन कर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग को दोहराया। विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए महिला सांस्कृतिक संगठन की जिला प्रभारी वाणी जाधव ने कहा जिस तरह से प्रदेश भर में लगातार महिलाओं पर अपराध बढ़ रहे हैं और छोटी छोटी मासूम बच्चियों को इनका शिकार बनाया जा रहा है । दुनियाभर में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश भारत घोषित हो चुका है । इसके बावजूद भी सरकार इस स्थिति को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। बलात्कारों को रोकने के लिए शराबबंदी कानून लागू किया जाना चाहिए और इंटरनेट आदि के माध्यम से जो अश्लीलता अपसंस्कृति परोसी जा रही है , उसे रोकना चाहिए। विरोध प्रदर्शन को छात्र संगठन ऑल इंडिया डीएसओ के जिला सांगठनिक समिति के सदस्य विनोद प्रजापति ने संबोधित करते हुए कहा कि माता पिता बच्चों को स्कूल में पढऩे के लिए भेज रहे हैं, लेकिन देश प्रदेश की परिस्थितियों में वह बच्चे स्कूल, कॉलेज , सड़क, चौराहे पर कहीं भी सुरक्षित नहीं है । सरकार को मंदसौर के अपराधी को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया डीएसओ के सुनिल सिंह डोडिया राजपूत ने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में जिस तरह से नशे और गुंडागर्दी का माहौल बढ़ रहा है उसी का परिणाम है कि छात्र-छात्राएं सुरक्षित नहीं है। अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सरकार को इन पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए, लेकिन सरकार केवल बड़े उद्योग घरानों के तलवे चाटने में और शराब के दलालों से पैसा खाने में मग्न है । आज देश में नौजवान को भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस के रास्ते पर चलना चाहिए था , लेकिन सरकार की नीतियों के कारण नशा और शराब के प्रभाव से लगातार बलात्कारी नशेड़ी और गुंडे बन रहे। बेरोजगारी और नशा इसका मुख्य कारण है। सरकार को तुरंत इस पर रोक लगाना चाहिए । विरोध प्रदर्शन के बाद एक जुलूस के रुप में सभी साथी नावल्टी चौराहे से सयाजी गेट पर लगे भगत सिंह के चित्र तक पहुंचे और यहां साथी पूर्णिमा जादव ने कहा कि भगत सिंह के देश में नशे का कारोबार, बलात्ककरो मे बढ़ोतरी, और महिलाओं की असुरक्षा यह गंभीर चिंता का विषय है । इनके समाधान के लिए यदि तुरंत कार्यवाही नहीं की जाती तो आने वाले समय में देशभर में और तेज आंदोलन किया जाएगा।