चन्द्रमौली अर्थात शिव… जैसा नाम वैसा काम

– चंद्रग्रहण के पूर्व हुआ स्थानांतरण, देवास को दे गए एक नई पहचान

विजेंद्र उपाध्याय, देवास

देवास। अधिकारी वर्ग की बात कहे तो कलेक्टर जिले का राजा होता है। जिसकी शहर और जिले के विकास में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहती है। जिले में किसी भी प्रकार के कार्य हो जनप्रतिनिधी के साथ कलेक्टर की दूरदृष्टि की बहुत आवश्यकता रहती है। इस दूरदृष्टि से ही शहर और जिला का भविष्य टिका रहता है। ऐसे ही हमारे शहर देवास के वर्तमान में रहे कलेक्टर की दूरदृष्टि रही।
हम बात कर रहे है देवास में रहे कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला की , चन्द्रमौली अर्थात सिर पर चन्द्रमा को धारण करने वाले भगवान शिव। इस नाम की राशि मीन होती है। मीन राशि के आराध्य देव विष्णु (सत्यनारायण भगवान) को माना जाता है। चन्द्रमौली नाम वाले सवेंदनशील होते है। दुसरो के दुख से वे भी दुखी हो जाते है। परोपकारी होते है। इनका स्वामी बृहस्पति और शुभ अंक 3 होता है। इस अंक के लोग अपनी जिम्मेदारियो को अच्छी तरह से निभाते है। वर्तमान रहे देवास कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला को इस दृष्टि से देखा जाये तो वे यथा नाम तथा गुण वाले जिलाधीश के तौर पर देवास में अपना कार्यकाल पूर्ण किया। यह किसी प्रकार से लागलपेट, कार्यसिद्धि अथवा चरणवंदना के वशीभूत उल्लेखनीय नहीं, अपितू कलेक्टर श्री शुक्ला के कार्य, व्यवहार में सवेंदनशीलता, परोककार, दयाभाव परिलक्षित होता है।

कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने प्रदेश के कुछ टॉपर छात्रों को सम्मानित करने के लिए अपने कार्यालय बुलाया था। देवास की होनहार छात्रा युक्ता चौधरी ने मध्य प्रदेश 10वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम में टॉप 3 पोजिशन प्राप्त की। युक्ता ने बोर्ड परीक्षा में 300 में से 299 नंबर हासिल किए हैं। युक्ता ने कभी नहीं सोचा होगा कि वोर्ड जैसे कठिन एग्जाम को क्लियर करने से पहले, भले ही कुछ समय के लिए, ही उसे ‘कलेक्टर बनने’ का मौका मिलेगा। युक्ता ने बातचीत मेंं अपने अफसर बनने के सपने के बारे मेंं कलेक्टर को बताया। युक्ता का यह सपना कलेक्टर श्री शुक्ला ने साकार किया। कलेक्टर अपनी कुर्सी से उठ गये और युक्ता को अपनी कुर्सी पर बिठा दिया। युक्ता को कठिन परिश्रम और समर्पण के बल अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया, जिससे युक्ता को कलेक्टर की जिम्मेदारी के पद का अहसास हुआ।

देखा जाए तो देवास मे कोरोना आपदा मे चंद्रमौली शुक्ला ने देवास कलेक्टर का कार्यभार संभाला था। इस विपरीत परिस्थिति में उन्होंने अपनी निर्णय क्षमता और कार्यशैली से देवास को कोरोना से लड़ने में नई एनर्जी प्राप्त हुई थी। श्री शुक्ला की कार्यशैली और टीम वर्क से टीकाकरण में भी देवास अव्वल रहा।

हम यदि देवास के विकास की बात करे तो उनकी कार्य योजना काफी प्रभावी रही। शंकरगढ़ पहाड़ी को फिल्म सिटी बनाने के लिए लगातार प्रयास, देवास विकास प्राधिकरण कार्यालय चामुंडा कंपलेक्स बिल्डिंग और जिला अस्पताल का कायाकल्प उसे नई पहचान देना। मिनी सुपर कॉरिडोर योजना, एयरपोर्ट नया औद्योगिक क्षेत्र, स्पोर्टस पार्क हो या सविधान पार्क की रुपरेखा सभी में श्री शुक्ला की अहम् भूमिका रही। देवास में माता टेकरी के चहुमुखी विकास के साथ नवरात्रि महोत्सव को गौरव उत्सव के रूप में मना कर नया इतिहास रचना यह भी श्री शुक्ला की सोच का नतीजा रहा। हम कह सकते है की तत्कालीन रहे कलेक्टर आशुतोष अवस्थी के बाद जिला कलेक्टर के रूप में चंद्रमौली शुक्ला का कार्यकाल यादगार रहा।

Post Author: Vijendra Upadhyay