देश के कई युवाओ को किसी भी राजनीति पार्टी से कोई लेना देना नही है हा कई युवा मोदी समर्थक जरूर है लेकिन गलत चीजो का साथ गुलामी मानसकिता के साथ नही दे सकते है जो गलत है वो गलत है।
यही हर मतदाता को होना चाहिये, अगर ऐसा पहले से होता तो आज किसी को आरक्षण विरोधी लड़ाई नही लड़ना पड़ती।
आरक्षण वो 70 सालो का पेड़ है जो कभी नही कट सकता है हा वो खुद किसी आंधी तूफान से उखड़ सकता है जिसकी शुरवात हो चुकी है।
आज युवाओ को नए भारत की जरूरत है जो आने वाली पीढ़ी को अच्छी राह दिखाये।
अभी वास्तविकता के पैमाने बहुत कुछ है जो देखने के कुछ है और करने के कुछ और हे।
नए भारत मे मोदी जी से उमीद थी पर वो भी लगता है उस पर खरा नही उतर पाएंगे। देश के सभी लोगो के लिये भारत का राष्ट्र धर्म सर्वप्रथम होना चाहिये।
राष्ट्र धर्म मे उच नीच, जाती समाज धर्म से बढ़ कर उसका सविधान होना चाहिए। जो सबके लिये मान्य हो।
भविष्य की कोई भी पार्टी जो आरक्षण को आर्थिक आधार पर करेगी, राममन्दिर बनाएगी ओर जो जनसँख्या नियंत्रण सबके लिए लाएगी।
उस पार्टी के लिये देश के लाखो युवा साथ खण्डे रहेंगे।
ओर नए भारत के निर्माण में सहयोग प्रदान करेंगे।