पिता ने जान पर खेलकर अपनी बेटी को बलात्कारियो से बचाया – लोग देखते रहे तमाशा

साहेबगंज, झारखंड।
सेंट जेवियर स्कूल की कक्षा 7 की 13 वर्षीय छात्रा सोनल कुमारी (काल्पनिक नाम) अपने रोज की तरह स्कूल जा रही थी। स्कूल हॉस्टल के पश्चिम साइड में एक ग्राउंड है। जब वो वहाँ से गुजर रही थी तो तभी चार लड़के आते हैं और जबरदस्ती इन्हें उठा कर स्कॉर्पियो के अंदर ले आते हैं। तुरंत ही दो लड़के प्लास्टिक से गाड़ी को कवर कर देते हैं और अंदर दो लड़के इसके साथ घिनौनी हरकत शुरू कर देते हैं।

किसी ने यह सब देखा तो सोनल के पिता को खबर की। लड़की के पिता दौड़ते हुए आये और बेटी की जान और अस्मत बचाने को टूट पड़े। और गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। यह देख बाहर जो लड़के खण्डे थे वो लड़की पिता पर टूट पड़े। जिससे वे काफी घायल हो गए। यह सब दूसरे लोग देखते रहे पर कोई भी उनकी मदद को नहीं आया। फिर भी पिता ने दो लड़को को तब तक नहीं छोड़ा जब तक वहा पुलिस न आई। बाकि दो लड़के वहा से फरार हो गए। हालांकि लड़की के पिता काफी घायल हो गए जिन्हे बाद में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पकडे गए आरोपी के नाम मो. अब्दुल्ला अंसारी और उसका भाई मो. मैजान अंसारी है।
आज हम कह सकते हे की सच में मानवता खत्म हो गयी हे लोग नाबालिंग लड़कियों के बलात्कार देखते रहते हे और लड़किया दरिंदो का शिकार होती रहती हे। पर कोई भी आरोपी को पकड़ने में मदद करता नहीं हे। आज आरोपी खुले आम घूम रहा हे वो कभी भी किसी भी लड़की को अपनी हवस का शिकार बना सकता हे। जरुरी नहीं की हर लड़की इतनी किस्मत वाली हो की वक्त पर उसका पिता आकर उसे दरिंदो से बचा सके।

Post Author: Vijendra Upadhyay

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