देवास। देवास में कोरोना का कहर जारी है रोज ही रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। वही देवास में जैसे- जैसे कोरोना मरीज मिल रहे है वेसे- वेसे देवास के कटेन्टमेंट एरिये भी बढ़ते जा रहे है। एक ओर जहाँ अप्रैल माह में देवास के हाटपिपल्या क्षेत्र का पहला कोरोना केस आने के बाद उसके ही घर के लोग इस बीमारी के चपेटे में आ गए थे। वही बाद में वह क्षेत्र हॉटस्पॉट बन गया था। लेकिन बाद में वहां पुख्ता इंतजाम किये गये ओर सभी लोगो की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और लोगो ने भी जागरूकता दिखा कर उस क्षेत्र को कोरोना मुक्त कर दिया।
वही दूसरी ओर देवास शहर में जब कोरोना केस आया तब कटेन्टमेंट एरिया एक था। लेकिन बाद मे ओर कोरोना केस बढ़ते गए और कटेन्टमेंट एरिये भी बढ़ते गए। आज देवास में कोरोना की संख्या के साथ – साथ कटेन्टमेंट एरिये की संख्या भी बढ़ती गई। कटेन्टमेंट एरिये में जगह को सील किया जाता है जो कि सुरक्षा की दृष्टि से ठीक भी है।
लेकिन जब कटेन्टमेंट एरिया बनता है तो आस पास के रहवासी परेशान होते है। उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
अब सवाल यह उठता है कि देवास में कटेन्टमेंट एरिया बढ़ने में जिम्मेदार कौन?
– क्या वह खुद मरीज जिम्मेदार है जो संक्रमित लोगो के संपर्क में आकर यह बीमारी मोल ले रहा है।
– क्या देवास प्रशासन जिम्मेदार है जिसने आज तक देवास में न थर्मल स्क्रीनिंग करवाई न ही ठीक से सर्वे किया।
– क्या जनता खुद जिम्मेदार है जो प्रशासन के द्वारा दी गयी ढील का गलत फायदा उठाकर बिना काम से शहर में घूम रही है।