मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनकी टीम ने कम समय में बड़ा काम कर दिखाया
देवास 19 फरवरी 2022/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने का इंदौर मॉडल अन्य शहरों के लिए प्रेरणा बनेगा। इंदौर के देवगुराड़िया क्षेत्र में कभी कूड़े के पहाड़ थे, अब वहाँ 100 एकड़ की डंप साइट ग्रीन जोन में परिवर्तित हो गई है। इंदौर में गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट बनने से वेस्ट-टू-वेल्थ तथा सर्कुलर इकोनामी की परिकल्पना साकार हुई है। इससे भारत के स्वच्छता अभियान भाग-2 को नई ताकत मिलेगी, जिसके अंतर्गत आने वाले 2 वर्षों में देश के सभी शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त कर ग्रीन जोन बना दिया जाएगा। इंदौर शहर ने वाटर प्लस की भी उपलब्धि हासिल की है, अब यह शहर देश के अन्य शहरों को इस क्षेत्र में भी प्रेरणा देगा। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम ने बड़ा काम कर दिखाया है।
प्रधानमंत्री मोदी आज दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से इंदौर में गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण कर रहे थे। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय, सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर, राज्य शासन के मंत्री, सांसद, विधायक सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देवास में मल्हार समृति मंदिर के साथ विभिन्न स्थानों पर देखा गया। मल्हार स्मृति मंदिर में जनप्रतिनिधियों द्वारा स्वच्छ टेक्नोलाजी चेलेँज के तहत प्रतिभागियों, सफाई मित्रों का सम्मान किया गया। पथ विक्रेताओ को ऋण का वितरण किया गया। इस दौरान सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, राजीव खंडेलवाल, सुभाष शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान सहित अन्य अधिकारी और नागरिकगण उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंदौर की बहनों ने कूड़ा प्रबंधन का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कूड़े को 6 हिस्सों में अलग-अलग बाँट कर उसका निस्तारण किया है। यह री-साइकिलिंग संस्कार, देश की बड़ी सेवा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर के सफाईकर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के मुश्किल समय में उनकी सेवा सराहनीय है। मैं दिल्ली से इंदौर के सफाईकर्मियों को प्रणाम एवं नमन करता हूँ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंदौर की जनता ने देवी अहिल्या की प्रेरणा को खोने नहीं दिया है। आज भी देवी अहिल्या के बताए मार्ग पर चलकर इंदौर प्रगति कर रहा है। वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर में देवी अहिल्या की भव्य प्रतिमा हमें उनके अमूल्य योगदान की याद दिलाती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंदौर के विकास में पूर्व सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन “ताई” का योगदान सराहनीय है। उन्होंने इंदौर को नई ऊँचाई दी है। वर्तमान सांसद श्री शंकर लालवानी भी उन्हीं के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वेस्ट-टू-वेल्थ (कचरे से कंचन) में कचरे से गोबर-धन, गोबर-धन से स्वच्छ ईंधन, स्वच्छ ईंधन से ऊर्जा धन तथा उर्जा धन से जीवन धन बनेगा। इस दिशा में इंदौर शहर में किया गया कार्य पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। आने वाले 2 वर्षों में विभिन्न नगरों में इसी प्रकार के प्लांट बनाए जाएंगे। शहरों को स्वच्छ, प्रदूषणरहित तथा क्लीन एनर्जी युक्त बनाया जाएगा। ग्रामों में भी गोबर-धन प्लांट लगाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वच्छता से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा इससे नई अर्थ-व्यवस्था जन्म लेगी। इंदौर ने यह सब कर दिखाया है। आज भी देश-विदेश से लोग यह देखने आते हैं कि इंदौर में स्वच्छता एवं सफाई के लिए कैसे कार्य हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोयले के कारखानों में पराली के उपयोग से किसानों को अतिरिक्त आय होगी। भारत में सौर ऊर्जा को भी अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है। सौर ऊर्जा के उत्पादन में भारत विश्व के प्रथम पाँच देशों में शामिल हो गया है। अब किसान भी सौर ऊर्जा बनाएंगे। किसान अन्नदाता के साथ ऊर्जा दाता भी बनेंगे। तकनीकी, नवाचार एवं परिश्रम से हम ग्रीन एवं क्लीन फ्यूचर सुनिश्चित करेंगे।
“सर्कुलर इकोनामी” तथा “वेस्ट टू वेल्थ” के सिद्धांतों के अनुरूप है इंदौर का प्लांट -केंद्रीय मंत्री पुरी
केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि “आज से चार वर्ष पहले जब मैं इंदौर में एक कॉन्फ्रेंस के लिए आया था तब जापान से शामिल हुए मंत्री से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि इंदौर शहर में उन्होंने बहुत कुछ देखा पर कचरा नहीं देखा। इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर है इसमें कोई दो राय नही है। लगातार 5 वर्षों से स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम आकर इंदौर ने देश में अपना कीर्तिमान स्थापित किया है। इंदौर की सफलता का श्रेय प्रदेश की सरकार को जाता है। प्रदेश के अन्य शहर भी स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वेस्ट-टू-वेल्थ के सिद्धांत पर जोर दिया जाता रहा है, इसलिए इंदौर का यह बायो सीएनजी प्लांट हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इंदौर गार्बेज मुक्त शहर और सस्टेनेबल विकास की दिशा में एक नई मिसाल कायम करने जा रहा है।
