शिक्षा माफियाओं ने चिमनाबाई केंद्र को भी खरीदा

  • राधाबाई स्कूल में नकलचियों पर कसा शिकंजा

देवास। जिस तरह राधाबाई परीक्षा केंद्र पर दो दिन पहले तक धड़ल्ले से नकल हो रही थी और शिक्षा माफिया से जुड़े लोग स्कूल परिसर में ही घूमते नजर आ रहे थे। मीडिया में समाचार प्रकाशित कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया था। इसके बाद देवास से लेकर उज्जैन तक के अधिकारी हरकत में आ गए थे और वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी हीरालाल खुशाल भी एक्शना मोड पर आ गए और उन्होंने अगले ही दिन न सिर्फ राधाबाई स्कूल का दौरा किया, बल्कि वहां पर दो घंटे तक खड़े रहकर अधीनस्थ अमले को सख्त हिदायत दी। साथ ही प्राचार्य स्तर के 4 अधिकारियों को नकल रोकने के लिए तैनात किया गया तथा पर्यवेक्षकों को भी बदल दिया गया।

उसी तरह चिमनाबाई हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा केंद्र को भी शिक्षा माफियाओं ने खरीद रखा है। बताया जा रहा है कि यहां दो कोचिंग संचालकों के सैकड़ों बच्चे परीक्षा दे रहे है। इस केंद्र पर 10 वीं के 600 व 12 वीं के भी 600 कुल 1200 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे है। इनमें से अधिकांश विद्यार्थियों ने कोचिंग संचालकों के माध्यम से परीक्षा फार्म भरे है, अर्थात परीक्षा फार्म भरने से लेकर नकल कराने व उत्तीर्ण कराने तक का ठेका शिक्षा माफिया ने ले रखा है। बताया जा रहा है कि यहां पर भी पर्यवेक्षक नकल करने वाले बच्चों को नजरअंदाज कर रहे है। सूत्रों के अनुसार परीक्षा शुरु होते ही प्रश्न पत्र की एक कॉपी केंद्र से बाहर आ जाती है और शिक्षा माफिया से जुड़े लोग इस प्रश्न पत्र को हल करके नकल की फोटोकॉपी केंद्र के अंदर भेज देते है। इसके बाद कोचिंग क्लासेस से जुड़े विद्यार्थी खुलेआम नकल करके प्रश्न पत्र हल कर लेते है। 

Post Author: Vijendra Upadhyay