श्री दत्त मंदिर बांगर दर्शन कर प्रसादी का लिया लाभ
देवास। श्री दत्त जयंती के उपलक्ष्य में पिछले 47 सालों से क्षेत्र बांगर में हो रहे भंडारे में इस वर्ष भी ऐतिहासिक भक्तगण मप्र के बाहर से भी महाप्रसादी ग्रहण करने श्री दत्त मंदिर बांगर परिसर प्रांगण में पहुंचे। प्रातः: 11 बजे भगवान दत्तात्रेय की आरती के बाद महाप्रसादी भंडारे का प्रारंभ हुआ जो देर शाम तक चलता रहा। जिसमें महिला-पुरुषों की चार अलग-अलग कतार लगाकर व्यवस्था को बनाया गया। 55 हजार से अधिक भक्तगणों ने महाप्रसादी भंडारे का आनंद लिया। मंदिर व्यवस्थापक और पुजारी श्री दत्तप्रसाद कुलकर्णी ने बताया कि भंडारे की तैयारी दो दिन पूर्व से ही प्रारंभ हो चुकी थी।। जिसमें देवास, इंदौर, उज्जैन तथा अन्य गांव के 500 से अधिक श्री दत्त सेवा मंडल के सेवकों ने व्यवस्था संभाल रखी थी। कार्यकर्ता की टीम ने अपनी-अपनी पूर्व के भंडारे के अनुरूप जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। कोरोना महामारी के दो साल के अंतराल के बाद हो रहे भंडारे में लोगों ने बड़ी उत्साह पूर्वक महाप्रसाद ग्रहण कर दत्त भगवान का आशीष प्राप्त किया। इस एक दिवसीय भंडारे में अनुशासन को ध्यान में रखते हुए सभी ग्रामवासियों एवं दत्त भगवान के भक्तों के सहयोग से संपन्न होता है। 3.5 बीघा में टेंट को लगाया गया था। वाहनों की पार्किंग से लेकर बुजुर्ग तक प्रसाद पहुंचे इसकी विशेष व्यवस्था कार्यकर्ताओं ने की। किसी को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखा गया। उज्जैन रोड पर चल रहा निर्माण कार्य के बावजूद पार्किंग और आवागमन के लिए सभी व्यवस्था सुचारू रूप से संपन्न की गई। इसके लिए 6 बीघा खेत में पार्किंग व्यवस्था की गई थी। भंडारे का प्रसाद बनाने का कार्य 48 घंटे पूर्व से ही शुरू हो चुका था। अमित राव पवार ने कहा कि सभी श्रद्धालु कतार में लगकर भगवान दत्तात्रेय की जय बोलकर, दिगम्बरा दिगम्बरा के जयघोष के साथ दर्शन कर महाप्रसादी को ग्रहण कर रहे थे। देवास,इंदौर,उज्जैन के साथ ही अन्य नगरों से भी भक्त पधारे थे।