जमीन विवाद पर एक व्यक्ति ने की आत्महत्या, खेत के समीप मिला शव

-मृतक ने सोशल मीडिया पर जारी किया था विडियो, परिजनों ने किया चक्काजाम

देवास। मक्सी रोड स्थित ग्राम सिया में कमल पिता प्रहलाद सिंह चौहान उम्र 50 वर्ष निवासी सिया का शव उनके घर से करीब 1 किमी दूर खेत के समीप टापरी के पास मिला। बताया गया है की मृतक सिया में किसी निजी कंपनी में वाहन चालक के पद पर काम करते थे। सूचना पर मृतक के पुत्र दीपक सहित अन्य परिजन मौके पर पहुंचे उन्होंने बताया की उनके पिता को कुछ लोग धमकी दे रहे थे। इस मामले को लेकर वह घर नहीं आ रहे थे। मृतक की लडक़ी ने बताया कि उनके पिता देवास उसके साथ ही रह रहे थे। रविवार दोपहर में वे नाश्ता करके गए उसके बाद वह घर नहीं लौटे थे। बताया गया है कि धमकी के मामले को लेकर मृतक कमल ने बीएनपी थाने पर आवेदन भी दिया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की जिस पर उन्होंने जनसुनवाई में आवेदन दिया था। वहां भी कार्रवाई नहीं होने पर उन्होनें जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।

परिजनों ने नाराज होकर किया चक्काजाम-
सोमवार को मृतक का शव मिला परिजनों ने सूचना बीएनपी थाने पर दी लेकिन पुलिस करीब दो घंटे देरी से पहुंची जिस पर गुस्साए परिजनों ने एबी रोड पर चक्काजाम कर दिया। सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह चौहान सहित बीएनपी थाना पुलिस मौके पर पहुंचे, घटना स्थल का मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। यहां पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया। मामले को लेकर बीएनपी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक मनोज चौधरी भी परिजनों से मिलने जिला चिकित्सालय आए जहां उन्होनें कहा कि जो भी घटना घटी है उसकी जांच करें जांच मेें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर जारी किया था वीडियो-
मृतक कमल ने घटना के एक दिन पूर्व जमीन के विवाद को लेकर इनकी फेसबुक आईडी पर वीडियो जारी कर बताया की गांव के सरपंच राजेंद्र सहित तीन लोग धमकी दे रहे है। जिस पर उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।

कलेक्टर कार्यालय में शव रखकर किया प्रदर्शन

जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम होने के बाद शव लेकर परिजन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां लोडिंग वाहन से शव उतारकर कलेक्टर कार्यालय के हॉल में रखकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई। परिजनों ने कहा कि मौत पीछे सरपंच व अन्य लोगों का हाथ है, उनके कारण किसान कमल चौहान ने आत्महत्या की है। ग्रामीणों ने कहा जनसुनवाई में शिकायत के बाद यदि प्रशासन कार्रवाई करता तो आज यह हालत नहीं होती। इस मामले को लेकर मृतक के पुत्र ने एसडीएम से चर्चा की थी। एसडीएम ने परिजनों को आश्वस्त किया कि मामले को लेकर जांच की जाएगी उसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

Post Author: Vijendra Upadhyay