खिवनी अभ्यारण कन्नौद बनेगा मालवा का बांधवगढ अभ्यारण
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देवास जिले के पर्यटन स्थलों का तैयार किया जाएगा ब्रोशर एवं बुक-लेट
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कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला की अध्यक्षता में जिला पर्यटन संवर्धन परिषद की कार्यकारिणी समिति की हुई बैठक
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देवास, 31 जुलाई 2020/ कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला की अध्यक्षता में आज शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिला पर्यटन संवर्धन परिषद की कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती शीतलापटले, नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान, डीएफओ पीएन मिश्रा, एडीएम प्रकाश सिंह चौहान, एएसपी जगदीश डावर के अलावा पर्यटन विभाग इन्दौर से अजय शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि शंकरगढ पहाड़ी पर तीन दिवसीय एडवेंचर स्पोर्टस का आयोजन अक्टूबर माह में किया जायेगा। इसके लिए संबंधित विभागों को पहाड़ी पर जाने का रास्ता, सीढी, बिजली और पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। शंकरगढ़ पहाड़ी पर स्थित छोटे तालाब को विकसित करने के निर्देश दिये। पहाड़ी के मैदान पर पौधारोपण किया जायेगा।
बैठक कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि शंकरगढ़ पहाड़ी को भविष्य में एडवेंचर पार्क के रूप में विकसित करने की योजना है। शंकरगढ़ पहाड़ी पर 65 एकड मैदानी क्षेत्र है। शंकरगढ़ पहाड़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर देवास और आस-पास के शहरों के पर्यटक यहां पर घुमने आ सकेंगे। एडवेंचर ग्रुप के लिए आने वाले समय में सबसे अच्छा स्थान होगा। देवास के मीठा तालाब को भी विकसित कर एडवेंचर गतिविधियों के लिए तैयार किया जायेगा। इन स्थानों को विकसित करने से पर्यटन और रोजगार की सम्भावना बड़ेगी।
बैठक में कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि खिवनी अभ्यारण कन्नौद को इस तरह विकसित किया जायेगा कि लोग इसे मालवा के बांधवगढ अभ्यारण के रूप में जानेगे। इसकी भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यह भोपाल और इन्दौर से लगभग 100 किलोमीटर दूरी पर है। खिवनी अभ्यारण लगभग 135 वर्ग किलोमीटर में फैला है। पर्यटन विभाग को निर्देश दिये कि टेंट रूम और रिर्सोट तथा डे-नाईट प्रायवेट सफारी जिप्सी की सुविधा पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। वर्तमान में जुलाई से सितम्बर तक अभ्यारण बंद रहता है। दिनांक 01 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए अभ्यारण खोला जायेगा।
बैठक में डीएफओ पीएन मिश्रा बताया कि खिवनी अभ्यारण में अभी 08 बाघ है। बाघ के अलावा यहा पर मुख्य रूप से तेंदुआ, चिंकारा, चीतल, सॉभर, नीलगाय, लंगूर और बंदर के अलावा विभिन्न प्रकार के पक्षी अभ्यारण में देखे जा सकते है। खिवनी अभ्यारण के उत्तर में अनेक पहाडियां एवं घाटिया है। उंची-नीची पहाडियों एवं घाटियों युक्त भोगोलिक स्थिति के कारण इसकी प्राकृतिक छटा अनुपम है। जामनेर नदी एवं अनेक छोटे-बडे नदी नाले नर्मदा बेसिन का भाग बनाते है।
बैठक में कलेक्टर शुक्ला ने पर्यटन विकास विभाग को निर्देश दिये कि अधिकारी देवास जिले में स्थित सभी पर्यटन स्थलों को ब्रोशर एवं बुक-लेट तैयार करे। ब्रोसर में देवास जिले की महत्वपूर्ण जानकारी का समावेश करे। देवास में फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन करने के निर्देश दये। जिसमें फोटो कैमरा, ड्रोन और मोबाईल से खिचें गये अच्छे फोटोग्राफ का चयन कर उनकों परूस्कृत किया जायेगा। चयिनत फोटोग्राफ पोस्टर के रूप में देवास जिले के सभी कार्यालयों के परिसरों में लगाने के निर्देश दिये। कलेक्टर शुक्ला ने पर्यटन विभाग को खिवनी अभ्यारण, शंकरगढ़ पहाड़ी तथा मीठा तालाब का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए।