विद्यालय के वार्षिक उत्सव में श्रीकृष्ण में समाहित हुई मीरा

बेहतर शिक्षा व्यवस्था के साथ बच्चों मे संर्वागीण विकास ही परंपरा है इस विद्यालय की- सांसद -श्री मनोहर ऊॅटवाल

विंध्याचल विद्यालय में दो दिवसीय वार्षिकोत्सव (दिनांक 22.12.2017 व 24.12.2017) को धूमधाम से मनाया गया। प्रारंभ बाल सृष्टि कार्यक्रम से किया गया, जिसमें विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों (कक्षा नर्सरी से पाँचवी) द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवास नगर पालिक निगम के महापौर एवं देवास जिले के प्रथम नागरिक श्री सुभाष शर्मा थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय विद्यालय, देवास की प्राचार्या श्रीमती किरण जी मिश्रा थी।
विद्यालय के सम्माननीय संचालक श्री दिनेश जी गुप्ता एवं सभी गणमान्य अतिथियों ने माँ सरस्वती पर दीप प्रज्जवलन कर उनकी वंदना की। वंदना गीत- ‘‘जय-जय हे भगवती सुरभारती’’ बच्चों ने गया।
तत्पश्चात् स्वागत की परंपरा निभाते हुए संचालक महोदय श्री गुप्ता जी ने महापौर जी का एवं संचालिका महोदया श्रीमती बीना गुप्ता जी ने प्राचार्य श्रीमती किरण मिश्रा जी का पुष्प गुच्छ एवं स्मृति-चिह्न के द्वारा स्वागत व अभिनंदन किया।

विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रतीक मेहरूनकर ने वार्षिक उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और सत्र 2017-18 के गौरवपूर्ण कार्यो का विस्तृत विवेचन रखा।
कार्यक्रम में उपस्थित पालक समूह एवं अन्य आगंतुक सज्जनों को संबोधित करते हुए संचालक श्री गुप्ता जी ने बच्चों के निर्माण में पालकों की भूमिका को अनिवार्य बताया एवं उन्हें इसके प्रति सचेत के लिए भी कहा।
मुख्य अतिथि श्री महापौर ने शाला के कार्यक्रम की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने विंध्याचल को देवास जिले का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बताया। इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छता अभियान में जनता के सहयोग की प्रंशसा की एंव देवास को पूर्णतः स्वच्छ एवं हरा-भरा बनाने में सहयोग की अपील भी की। इसी प्रकार विशिष्ट अतिथि द्वारा भी विद्यालय की प्रशंसा की गई और बच्चों के सर्वागीण विकास हेतु शिक्षा को अनिवार्य बताया गया।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा प्रतिभावन एवं विभिन्न गतिविधियों में विजय प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
शाला के युवा संचालक एवं कार्यक्रम के आधारस्तंभ श्री अभिषेक गुप्ता जी ने ‘‘विंध्याचल का एप’’ लाँच किया एवं इसको संचालित करने की प्रक्रिया भी बताई।
तत्पश्चात् बहुप्रतीक्षित बाल प्रस्तुतियाँ प्रांरभ हुई। सर्वप्रथम गणेश वंदना गीत प्रस्तुत किया गया एवं ध्रुव, एकलव्य, श्रवणकुमार, अर्जुन का लक्ष्य भेद आदि कथाओं का मंचन एवं उनसे जुड़े नृत्य गीतों को प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सीमा भारद्वाज एवं श्रीमती वर्षा कराड़े द्वारा किया गया।

दिनांक 24.12.2017 विद्यालय की (कक्षा 6 से 12) का कार्यक्रम कलापर्व ‘‘माँ तुझे प्रणाम’’ का मंचन किया गया

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में देवास क्षेत्र से सांसद माननीय श्री मनोहर ऊटवाल जी विराजमान थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में ‘‘माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल (म.प्र.) के उपाध्यक्ष आदरणीय श्री भागीरथ जी कुमरावत थे।
अपने उद्बोधन में माननीय सांसद श्री मनोहर ऊटवाल जी ने स्कूल की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। शिक्षा के महत्व को बताते हुए आपने तीन महान व्यक्तियों के उदाहरण भी दिए। सर्वप्रथम देश भक्ति व अनुशासन के लिए डॅा. हेडगेवार को उद्धृत किया फिर महानता एवं देश सेवा के लिए महात्मा गाँधी का उदाहरण दिया और धार्मिक आस्था तथा विश्व में भारत का डंका बजाने वाले स्वामी विवेकानंद जी का उल्लेख किया।
विशिष्ट अतिथि श्री भागीरथ जी ने अपने संबोधन में कहा कि आज का बच्चा अपने पालकों से दो बातें माँगता है, ‘‘एक समय और दूसरा धन’’। बच्चों को खेलने का अवसर देना चाहिए। बच्चा 25 प्रतिशत समय अलग-अलग कार्यो में व्यतीत करता है। उसकी प्रथम गुरु माँ एवं प्रथम पाठशाला घर होता है। बच्चे के विकास में माता पिता का समय देना बहुत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धी हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं पुरस्कृत किया गया। इसमें IITJEE में स्वर्ण पदक पाने वाले वेदांश पोरवाल, पार्थ शर्मा, इंटर स्कूल काॅम्पीटीशन में जीतने वाले बच्चों एवं कक्षा 12 वी व 10 वी की परीक्षा में सफलता के उच्च कीर्तिमान बनाने वाले छात्रों जैसे राहुल श्रीवास्तव , शिवानी, प्रत्यूष आदि को सम्मानित किया गया।
इसके पश्चात् रंगा-रग कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इतिहास की महान और वीर त्यागमयी नारियों के जीवन पर आधारित लघु नाटिकाओं एवं नृत्यगीतों की मनमोहक व आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी गई। जिनमें अहिल्यादेवी का प्रशासन, सावित्री बाई फुले का समाज-सुधार व स्त्री शिक्षा, दुर्गावती की वीरता, जीजाबाई की पुत्र शिक्षा, झलकारी देश हेतु बलिदान, पन्नाधाय की स्वामिभक्ति व पुत्र बलिदान एवं मीरा बाई की कृष्ण के प्रति अनन्य भक्ति को दर्शाया गया।
इस भव्य कार्यक्रम को सभी उपस्थित जन समूह ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। सभी अतिथियो, आगंतुक महानुभावों और सहयोगकर्ताओं व बच्चों शिक्षकों आदि का आभार उपाचार्य श्रीमती अमृता कानूनगों मेडम ने व्यक्त किया।

राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

Post Author: Vijendra Upadhyay

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