इस साल अक्टूबर तक 182 आतंकी भारतीय सेना के हाथों मारे गए हैं। वहीं पिछले साल 152 आतंकी भारतीय फौज का निशाना बने थे। इस साल अक्टूबर तक 41 आतंकियों को भारतीय सेना ने जिंदा भी पकड़ा जबकि पिछले साल 43 आतंकियों को जिंदा पकड़ा गया था। इस साल अक्टूबर के पहले सप्ताह तक 3 आतंकियों ने सरेंडर किया था तो वहीं पिछले साल भी 3 आतंकियों ने सरेंडर किया था। बहरहाल कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन दर ऑपरेशन’ ने पाकिस्तान के हौंसले पस्त कर छोड़े हैं, लेकिन पाक तब भी साजिश रचने से बाज नहीं आ रहा है।हालांकि भारतीय सेना की कार्रवाई से आतंकी काफी डरे और सहमे हुए हैं और उनके मददगारों की भी हवाइयां उड़ी हुई है।
सधी हुई रणनीति के तहत कार्रवाई कर रही भारतीय सेना
यहां यह भी बता दें कि पिछले साल जहां सेना के खिलाफ घाटी में 922 बार प्रदर्शन और पत्थरबाजी हुए तो इस साल 10 महीने में ये संख्या घटकर 202 ही रह गई है। ऐसा होने के पीछे कारण यह है कि भारतीय सेना और सुरक्षा बल अब एक सधी हुई रणनीति के तहत आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। आतंकियों के मददगारों को भी रास्ते से हटाया जा रहा है। इस साल अबतक 108 आतंकियों के मददगार गिरफ्तार हुए हैं। सुरक्षाबलों ने 11 बार आईईडी हमलो की साजिश को नाकाम किया है। वहीं, सुरक्षाबलों का दावा है कि वो पाकिस्तान की तरफ हो रही हर गतिविधि पर नज़र रखे हुए है और पाकिस्तान के किसी भी नापाक मंसूबे को पूरा नहीं होने दिया जायेगा।